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Archive for मई 8th, 2009


हम जो नजरो में सजने लगे
बेवजह लोग जलने लगे

पुश्त के जख्म रिसने लगे
दोस्ती हम समझने लगे

ये प्रजातंत्र क्या तंत्र है
खोटे सिक्के भी चलने लगे

सच इतना संवारो नही
आइना भी मचलने लगे

आह में वो कशिश लाइए
बुज का पत्थर पिघलने लगे

जबसे वो प्यार करने लगे
हम मोहब्बत से डरने लगे

डॉक्टर यशवीर सिंह चंदेल ‘राही’

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अपने मन की अकुलाहट को
कैसे
लयबद्ध करूं
पीड़ा से उपजी कविता को
कैसे व्यक्त करूं ,

सीने में कब्र खुदी हो तो
कैसे
मैं सब्र करूं
दिल
में उठते अरमानो को
कैसे
दफ़न करूं ,

अन्तर में खोये शब्दों की
कैसे
मैं खोज करूं
आँखों
में उमड़ा पीड़ा को
कैसे राह करूं,

मन में उठती ज्वालाओं का
कैसे
सत्कार करूं
धू
धू जलते अरमानो का
कैसे
श्रृंगार करूं,

अपने मन की अकुलाहट को
कैसे लयबद्ध करूं
पीड़ा से उपजी कविता को
कैसे
व्यक्त करूं,
-अनूप गोयल

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महंत विनयदास:इस वक़्त आजमगढ़ को आतंकवाद की नर्सरी कहा जा रहा है प्रकारांतर से अब मुस्लिम समाज कोऔर इसके पूर्व सिखों को आतंवादी कहकर प्रताडित किया जाता रहा हैक्या आपको नही लगता है की हमारी सरकार की सोच अंग्रेजो की दस्ता से आज भी मुक्त नही हो पाई है क्योंकि वे भी पहले तमाम जातियों औरइलाको को अपने स्वार्थवश अपराधी घोषित किया करते थे और आज हमारी सरकार और मीडिया मिलकर इसीदुष्प्रचार को हवा दे रहे हैइस पर आप कुछ कहें

मुद्राराक्षस: सच ये है की सत्ता स्वयं किसी भी तरह के आतंकवाद की जननी होती हैआज यह बात छुपी नही है की पंजाब का आतंकवाद ख़ुद तत्कालिन सरकार की देन या उस समय तक जिसे पंजाब के आतंकवाद का सबसे बड़ा करता धरता मन गया ,वह भिन्दर्वाला स्वयं कांग्रेस की देन थादुनिया में अगर मुसलमानों को फिलिस्तीन से बेदखल करके इसराइल या यहूदी राज बनाया गया होता तो मुसलमान युवा , हथियार उठातेसब जानते है की अमेरिका ने मध्य एशिया की इराक , बेरुत और अफ्गानिश्तान सहित इस्लामी देशो में भयानक अत्याचार किए होते तो जिसे आज अमेरिका इस्लामी आतंकवाद कह रहा है उसके यह हालत होतीजब पहल किए हो तो उसका दुष्परिणाम भोगना ही होगाभारत में साथ के दशक से वामपंथी युवा ने हथियार उठायेजिसे नक्सल वर्ग कहा जा रहा हैक्योंकि गावो में सामंती समाज ने जो भयानक अत्याचार किए उन्हें सरकार ने कभी नही रोका बल्कि अत्याचारी सामंतो किया साथ पुलिस प्रशाशन ने दियाऐसे हालत में जुल्म करने वालो ने हथियार उठायेदेश के सारे ही पूर्वोत्तर राज्यों में ख़ुद हमारी सरकार भयानक अत्याचार और आतंकवाद की जिम्मेदार हैऐसे स्तिथि में आतंकवाद की आलोचना न्याय सांगत नहीइस प्रदेश में आज जो शाशन है वह पिचले लंबे अर्शे से हिंदुत्व की सहायता करता रहा हैआखिर मायावती ने नरेंद्र मोदी के साथ चुनाव प्रचार किया था और एक तरह से गुजरात के मुसलमानों के नरसंहार का समर्थन किया थामायावती सरकार से यही उम्मीद की जा सकती है की वह हर ऐसे क्षेत्र को आतंवाद की नस्सेरी बता दे ,जहाँ लोग उससे सहमत नही हैअभी मायावती ने सिर्फ़ आजमगढ़ को आतंकवाद की नर्सरी बाते है वह समय दूर नही जब वह देवरिया से लेकर सारे ही पूर्वी उत्तर प्रदेश को आतंकवाद की नर्सरी बता दे

महंत विनयदास: आज अन्तर्रष्ट्रीय स्टार पर आतंकवाद का जो कहर बर्ष रहा है उसके मूल में लोग I.S.I की भूमिका को लगातार चिन्हित करते हैइस सन्दर्भ में कुछ कहें

मुद्राराक्षस : यह सिर्फ़ हिंदू प्रचार हैI.S.I ने जो कुछ किया है उसे सिर्फ़ आरूप के रूप में ही बताया जा रहा हैप्रमाद आज तक कोई नही दिया गयाI.S.I से ज्यादा भयानक भूमिका इस्राइल के मोशाद की हैजिसने सीधा संपर्क विश्व हिंदू परिषद् से बनाया हुआ है, किंतु इस पर कभी कोई चर्चा नही करता

महंत विनयदास: अभिनव भारत ,सरस्वती शिशु मन्दिर ,बजरंग दल अगर आज आतंकवादी संगठन है तो क्यासिमी,मकतब और मदसे आतंकवाद की जुंनानी नही है ?यदि दोनों की भूमिका एक सी है तो एक दूसरे से शिकायत क्यों ?

मुद्रराक्षस: वैसे तो यह सच ख़ुद एक ऐतेहासिक विद्रूप हैहिंदू आतंकवाद को लेकर मैं लगातार लिखता रहा हूँ और यह भी लिखा है की जिसे मुसलमानों का विस्फोट माना जा रहा है ,उनके पीछे हिंदू संगठन ही हैआज ख़ुद सरकार को भी यह अनुभव हो रहा हैसिमी से ज्यादा खतरनाक बजरंग दल हैउसकी कारगुजारिया उङीसा और कर्नाटक ही नही सारे देश में देखी जाती रही है

आतंकवाद का सच में प्रकाशित

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