चंचल, चपल, नटखट तो आपने बहुत देखे सुने होंगे, मगर हमारे बाराबंकी शहर वाली में जो बात है, बखान कैसे करें ?
गिरा अनयन, नयन बिन्तु बानी इस चंचल का कहीं ठिकाना नहीं, राणा प्रताप के घोड़े के समान यहाँ है तो वहाँ नहीं वहाँ है तो यहाँ नहीं। एक दिन वह आई मन प्रफुल्लित हो गया। ऐसा लगा कि ‘अबू बिन अदहस‘ वाला फ़रिशता आ गये। चारों ओर रोशनी ही रोशनी दिल खुश हुआ, हाथ में क़लम उठाया, फिर क्या हुआ।
ज़रा सी आँख जो झपकी तो फिर शबाब न था तुरन्त चम्पत हो गई, नौ दो ग्यारह भी कह सकते है। उसका जाना बहुत नागवार गुज़रा।
अभी अभी दिन था, अभी अभी रात है।
दिल जल उठा, तन बदन में आग लग गई, आँखों के आगे अंधेरा छा गया, इस विरह के कारण अब ‘बिरहा‘ भी तो नहीं गा सकता था, उस कारण कि मूड ख़राब हो चुका था। कहाँ लिखनें का मन बनाया था, अब विचार भी पलायन कर गये, इस परेशानी में कलम जो टटोला, वह नहीं मिला, लगा कि वह भी कहीं सरक गया।
ग़ालिब ने कहा था कि मौत का दिन मुक़र्रर है, लेकिन क्या बतायें जनाब। इस चंचल का तो एक क्षण भी मुक़र्रर नहीं।
वैसे तो इसका हर धर से संबंध का़यम है, ‘हरजाई‘ समझाये। रूकती कहीं नहीं। आप ने आसमान में बिजली चमकती देखी होगी, वह किस प्रकार आती है और कैसे तुरन्त गा़यब हो जाती है। लगता हैं इस चंचल ने उसी से टेªनिंग ली है। एक साहब नें उपमा में कहा कि यह हमारे शहर वाली, उसी की छोटी बहन है। मैं नें इसका विरोध करते हुए कहा कि श्रीमान यह छोटी नहीं, बड़ी बहन है। रात भर ग़ायब, बस करवट बदलते रहिये।
इस चंचल को कोई काबू में नहीं कर पाया, यहाँ तक कि हमारे प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती जी, जो बड़ांे बड़ों को क़ाबू में कर लेती है, इसको आज तक दुरूस्त न कर सकीं।
मैनें तो अपने शहर की बिज़ली के बारे में बता दिया, आप के यहाँ क्या हाल है ? कुछ बताइये ना
यह चुपसी क्यों लगी है, अजी मुँह तो खोलिये।
डॉक्टर एस.एम हैदर
कैविनेट मंत्री श्री ओम प्रकाश सिंह जारी करें श्वेत पत्र। लाखों की लूट पर खामोशक्यों हैं कवीना मंत्री।
सम्मानित साथियों। आज मैं ने प्रदेश के कवीना मंत्री श्री ओम प्रकाश सिंह जी को निबन्धित पत्र प्रेषित कर उनसे जानना चाहा है कि-
1-ग्राम बारा में उनके द्वारा 9-9 लाख के दो कार्य नाला निर्माण के लिये 13वें वित्तआयोग के पैसे से प्रस्तावित हैं। यह नाला कुतुब्दीन मैनेजर के घर से इम्तियाज के घर तक तथामदरसा इस्लामियां से ईशा दर्जी के घर तकनिर्मित कराया जाना है, जबकि उस नाले का निर्माण कई माह पहले हो गयाहै। जब निर्माण कराया जा चुका है तो उन्होने पुन: प्रस्ताव किस आधार पर दिया।
क्या यह पैसा हडपने का कुचक्र है। हास्यास्पद यह है कि ये दोनो नालेएक ही हैं बस नाम बदल दिया गया है।
2-मंत्री जी से पूछा हैकि क्या बारा में अब्दुल हमीद पार्क के लिये अभिलेखों में कोई स्थान है जिसके लिये उन्होने 9 लाख रूपये से वाउण्डीवाल व मिटटी भराव के कार्य का प्रस्ताव दिया है।
3-मंत्री जी से यह भी जानने का आग्रह किया गया है कि इतने जिम्मेदार जनप्रतिनिधि होते हुये उन्होने ऐसा क्यों किया।
4-कहा गया है कि इस मामले पर अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत, मुख्य विकास अधिकारी एवं जिलाधिकारी को लिखा गया है किन्तु सभी खामोश हैं। एस डी एम जमानियां से सूचना अधिकार के तहत पूछा गया कि बारा गांव में कहां है वीर अब्दुल हमीद पार्क तो वे भी खामोश हैं, ऐसे मेंपूरा मामला सन्देह के घेर में है।
श्री ओम प्रकाश सिंह जी श्वेत पत्र जारी कर अपनी सुचिता को समाज के सामने प्रदर्शित करें, इस प्रकार काआग्रह उनसे किया गया है। चित्र में बारा ग्रामवासी उसी नाले पर खडे होकर प्रदर्शन कर रहे हैं जिस नाले का निर्माण कई माह पहले हो चुका है किन्तु दुबारा भुगतान की साजिश हो रही है।
गाजीपुर : भदौरा ब्लाकके बारा गांव में निर्माणकार्यो को लेकर जिला पंचायत की घपलेबाजी की साजिश की कलई खुलने के बाद गुरुवार को ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों मेंशामिल जिला पंचायत सदस्य ब्रजभूषण दूबे नेबताया कि गांव में वीर अब्दुल हमीद पार्क के नाम कोई भूखंड नहीं है लेकिन पंचायत ने उसके निर्माण के लिए नौ लाखरुपये का टेंडर आमंत्रित किया है। इसी तरह गांव की इस्लामिया मस्जिद से ईशा दर्जी के घर तक नाला निर्माण का काम कई माह पूर्व दूसरी कार्यदायी संस्था ने कराया लेकिन अब जिला पंचायत उसी कार्यके लिए 18 लाख रुपये का टेंडर आमंत्रित किया है। उन्होंने कहाकि इस पूरे मामले की जांचहोनी चाहिए। प्रदर्शनकारियों के हाथों में विरोधी नारे लिखीतख्तियां थीं। प्रदर्शनकारियों मेंगुफरान खां, इमरान, भीम यादव, इसरार, माजिद, संतोष यादव, दिलशाद, सुहैल, पारस कुशवाहा, कलाम अंसारी,बदरुद्दीन, गुल्लू सिंह यादव, इरफान, हैदर आदि प्रमुख थे। उधर जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी एसपी दूबे ने कहा कि बारा में कुल चार कार्य स्वीकृत हैं। उनमें प्रदेश सरकार के मंत्री ओम प्रकाशसिंह के तीन और एक जिला पंचायत सदस्य ने प्रस्तावित किया है। रही बात दूसरी कार्यदायी संस्थाओं के कार्यो की तो उसी हिसाब से पंचायत कार्य कराएगी। +919795773078
कैविनेट मंत्री श्री ओम प्रकाश सिंह जारी करें श्वेत पत्र। लाखों की लूट पर खामोशक्यों हैं कवीना मंत्री।
सम्मानित साथियों। आज मैं ने प्रदेश के कवीना मंत्री श्री ओम प्रकाश सिंह जी को निबन्धित पत्र प्रेषित कर उनसे जानना चाहा है कि-
1-ग्राम बारा में उनके द्वारा 9-9 लाख के दो कार्य नाला निर्माण के लिये 13वें वित्तआयोग के पैसे से प्रस्तावित हैं। यह नाला कुतुब्दीन मैनेजर के घर से इम्तियाज के घर तक तथामदरसा इस्लामियां से ईशा दर्जी के घर तकनिर्मित कराया जाना है, जबकि उस नाले का निर्माण कई माह पहले हो गयाहै। जब निर्माण कराया जा चुका है तो उन्होने पुन: प्रस्ताव किस आधार पर दिया।
क्या यह पैसा हडपने का कुचक्र है। हास्यास्पद यह है कि ये दोनो नालेएक ही हैं बस नाम बदल दिया गया है।
2-मंत्री जी से पूछा हैकि क्या बारा में अब्दुल हमीद पार्क के लिये अभिलेखों में कोई स्थान है जिसके लिये उन्होने 9 लाख रूपये से वाउण्डीवाल व मिटटी भराव के कार्य का प्रस्ताव दिया है।
3-मंत्री जी से यह भी जानने का आग्रह किया गया है कि इतने जिम्मेदार जनप्रतिनिधि होते हुये उन्होने ऐसा क्यों किया।
4-कहा गया है कि इस मामले पर अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत, मुख्य विकास अधिकारी एवं जिलाधिकारी को लिखा गया है किन्तु सभी खामोश हैं। एस डी एम जमानियां से सूचना अधिकार के तहत पूछा गया कि बारा गांव में कहां है वीर अब्दुल हमीद पार्क तो वे भी खामोश हैं, ऐसे मेंपूरा मामला सन्देह के घेर में है।
श्री ओम प्रकाश सिंह जी श्वेत पत्र जारी कर अपनी सुचिता को समाज के सामने प्रदर्शित करें, इस प्रकार काआग्रह उनसे किया गया है। चित्र में बारा ग्रामवासी उसी नाले पर खडे होकर प्रदर्शन कर रहे हैं जिस नाले का निर्माण कई माह पहले हो चुका है किन्तु दुबारा भुगतान की साजिश हो रही है। +919795773078