२ जी स्पेक्ट्रम घोटाले के बाद एस बैंड स्पेक्ट्रम घोटाले में इसरो का कहना है कि समझौता देवास कंपनी से रद्द किया जा रहा है। इसका सीधा तात्पर्य यह है कि प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह के कुशल नेतृत्व में दो लाख करोड़ रुपये का घोटाला करने का समझौता किया जा चुका था। विपक्ष द्वारा समय पूर्व हल्ला मचा देने से समझौते को रद्द किया जा रहा है। इसरो अन्तरिक्ष विभाग के अंतर्गत आता है और यह विभाग सीधे डॉक्टर मनमोहन सिंह के पास है।
भारतीय कानूनों के तहत किसी अपराध की तैयारी, प्रयास आदि के लिए भी दंड की व्यवस्था है यदि किसी साधारण व्यक्ति से यह मामला सम्बंधित होता तो उसके ऊपर विभिन्न धाराएं लगा कर अदालत में पेश कर दिया गया होता और प्रिंट मीडिया और इलेक्ट्रोनिक मीडिया बार-बार उस व्यक्ति का चेहरा दिखा कर अपना राग अलाप रही होती कि देखो कितना खूंखार अपराधी है और भारतीय न्याय तंत्र के न्यायालय उस व्यक्ति को अभियोजन एजेंसी को दस से पंद्रह दिन की रिमांड पर भी दे दिए होते लेकिन मामला प्रधानमंत्री का है, वह भी उस प्रधानमंत्री का है जिसके ऊपर अमेरिकन साम्राज्यवाद का हाथ हो।
सुमन
लो क सं घ र्ष !